Laser treatment of fistula/sinus Kota Rajasthan

What is Anal Disease – Anal Disease – Symptoms of Piles, Fissure, Fistula

Anal Disease – गुदा रोग क्या है?

गुदा रोग एक सामान्य चिकित्सा स्थिति है जो मलाशय और गुदा क्षेत्र में समस्याओं को दर्शाती है। यह रोग किसी भी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है और इसके कई प्रकार होते हैं, जिनमें बवासीर, फिशर, और फिस्टुला प्रमुख हैं। Piles Center in Kota एक अत्याधुनिक चिकित्सा केंद्र है जो बवासीर, फिशर, और फिस्टुला जैसी गुदा रोगों के इलाज में विशेषज्ञता प्रदान करता है। कोटा में स्थित यह केंद्र नवीनतम तकनीकों और कुशल चिकित्सकों के साथ मरीजों को सर्वोत्तम उपचार और देखभाल उपलब्ध कराता है।

बवासीर (Hemorrhoid)

बवासीर, जिसे हेमोराइड्स के नाम से भी जाना जाता है, गुदा क्षेत्र में रक्त वाहिकाओं की सूजन होती है।

इसके प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:
● गुदा क्षेत्र में मस्से का उत्थान
● मल त्याग के दौरान या बाद में खून आना
● गुदा क्षेत्र में खुजली और जलन
● बैठने या खड़े रहने में कठिनाई

बवासीर का इलाज सर्जरी, लेजर सर्जरी और विभिन्न दवाओं के माध्यम से किया जा सकता है।

फिशर (Fisher)

फिशर एक गहरी चीर होती है जो गुदा की त्वचा में बनती है।

इसके लक्षणों में शामिल हैं:
● मल त्याग के दौरान तीव्र दर्द
● गुदा क्षेत्र में जलन और खुजली
● मल के साथ खून आना
● गुदा क्षेत्र में चुभन और

असहजता
फिशर का इलाज आमतौर पर औषधियों, क्रीम और जीवनशैली में बदलाव के माध्यम से किया जाता है, लेकिन गंभीर मामलों में सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

फिस्टुला(Fistula)

फिस्टुला (Fistula)एक असामान्य नलिका होती है जो गुदा की भित्ति और त्वचा के बीच बनती है।

इसके लक्षणों में शामिल हैं:
● गुदा क्षेत्र में दर्द और सूजन
● गुदा क्षेत्र से मल निकलना
● मल त्याग के दौरान और बाद में दर्द
● गुदा क्षेत्र में जलन और खुजली

फिस्टुला का इलाज सर्जरी के माध्यम से किया जाता है, जिसे फिस्टुलोटॉमी (Fistulotomy) कहा जाता है।

इसमें फिस्टुला की नलिका को काटकर साफ किया जाता है और उसे स्वस्थ ऊतक में परिवर्तित किया जाता है।
गुदा रोगों की रोकथाम और देखभाल

गुदा रोगों से बचाव और राहत के लिए निम्नलिखित सुझाव महत्वपूर्ण हो सकते हैं:

● फाइबर युक्त आहार का सेवन करें, जैसे कि फल, सब्जियाँ, और साबुत अनाज।
● पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि मल नरम रहे और मल त्याग में आसानी हो।
● नियमित व्यायाम करें जिससे पेट की मांसपेशियों को मजबूती मिले और पाचन तंत्र स्वस्थ रहे।
● लंबे समय तक बैठे या खड़े न रहें, बीच-बीच में आराम करें और स्थिति बदलें।
● साफ-सफाई का ध्यान रखें, विशेष रूप से गुदा क्षेत्र की सफाई पर ध्यान दें।

समय पर चिकित्सा परामर्श और उचित देखभाल से गुदा रोगों को नियंत्रित और ठीक किया जा सकता है। यदि कोई लक्षण प्रकट होते हैं, तो तुरंत

Laser Piles Surgery in Kota से संपर्क करें ताकि सही इलाज और राहत मिल सके।

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